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- यह पिंजरें में पाली जाती है।
- इनको धान के छिलको के ऊपर भी रखा जा सकता है।
- इनके लिए हवा का प्रवाह बहुत आवश्यक है।
- 120 x 60 x 25 घन सेमी के पिंजरे में 50 चिडिया रखी जाती है।
- इनके पिंजरे की जाली का छेद 5 वर्ग सेमी से कम होना चहिए।
- प्लास्टिक के पिंजरे इसके लिए अधिक लाभदायक होते है।
- इनमें रोग बहुत कम लगते है।
- इसमें काॅक्सीडियोसिस एवं दस्त बडी आसानी से लग जाते है।