गाय को भूसा कितना देते है
गाय सूखा, भूसा गाय के वजन के हिसाब से खिलाया जाता है।गाय अपने वजन का 3 प्रतिशत भूसा खाती है यदि गाय 300 वजन की है तो वो 9 कि0लो0 भूसा खायेगी। यदि हम इसे मक्का का हरा चारा देते है तो हरे चारे को 18 किलो0 खायेगी। अर्थात 300 किलो कि गाय लगभग 10 किलो भूसा या 20 किलो हरा चारा खायेगी।
गाये पानी कितना पीती है
आॅटोमेटीक पानी की प्रबन्ध
गाय को पानी पीने की मात्रा उसके दुग्ध उत्पादन एवम मौसम पर निर्भर करता है। 15 से 20 ली0 दूध देने वाली गाय गर्मी के मौसम में 80 ली0 से प्रतिदिन पानी पी सकती है जबकि जाडे में यह 40 से 50 ली0 पानी पी सकती है गाय का दूध निकलने के तुरन्त बाद पानी पिलाना चाहिए गाय के पानी पीने के लिए हमेशा पानी उपलब्ध होना चाहिए गाय सुचारू रूप से पानी पीये इसके लिए इसको नमक देना आवश्यक है इस चित्र में नीचे दिखाया गया है। आॅटोमेटीक पानी पीती हैं।
सामान्य प्रबन्धन
मिनरल मिश्रण तथा विटामिन तथा आमीनो एसीड की आवश्यकताः
वैसे तो सभी खनिज लवण ज्यादा तर जमीन में उपलब्ध है परन्तु खेती बडी करने से बहुत से खनिज लवण पृथ्वी मे कम हो जाते है तथा कुछ भू भाग में यह होते ही नही है जब पशुओं का भूसें या धान के फूवाल पर रखा जाता है तब विशेष रूप से इनकी कमी को पशुओं में देखा जा सकता है। ऐसी अवस्था में गाय वो चीज खाना शुरू कर देती है जोकि कभी नही खाती जैसे कपडा सबुन तथा अन्य पशु का मल तथा दूसरो पशु का मूत्र भी पीते है। जीवन क्रिया को चलाने के लिए मेग्नीशियम, जींक, काॅपर, कोवल्ट तथा आयोडीन बहुत आवश्यक है आयन से खून बनता है। तथा कैलशियम फास्टफोर्स से हड्डी बनती है सोडियम प्रोटेशियम तथा हदय मस्तिक को चलाते है। सल्फर का योगदान प्रोटीन बनाने मे होता है इनको दाने के साथ देना अति आवश्यक है इन लवणो के अलावा अमीनो एसीड, मिथायोनीन तथा लइसीन भी दूग्ध उत्पादन के लिए आवश्यक है।
ऊपर लिखी बात में यहा बताया गया कि जीवन के लिए खनिज तथा अमीनोऐसीड आवश्यक है। परन्तु जीवनक्रियाए तेज करने के लिए विटामिन ए, डी, ई, के की आवश्कता पडती है। यहा सब एग्रीमन फोर्ट (विरबैक) से प्राप्त होते है। जीवन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए तभी सम्भव है जबकि यहां लवण आसानी से शरीर मे प्रवेश कर जाये। इसलिए इन खनिजो का दूसरे यौगिक से चिपकना आवश्यक है इस चिपकने को सलेशन कहते है। इसके लिए सिलेटेड एग्रीमन फोर्ट (विरबैक) उपलब्ध है। यदि आप की गाय 25 से 30 ली0 दूध दे रही हो तब आप सिलेटेड एग्रीमन सुपर (विरबैक) प्रयोग करे इसे गाय के प्रेग्नेट हाने की सम्भावना बढ जाती है। दाने में 1प्रतिशत मिनरल मिलाएं जिससे दुग्ध उत्पादन बढने के साथ दाना बढ ने पर मिनरल मिक्सचर स्वतः ही बढ जाएगा।
पशु को दाना कितना खिलाऐं
अगर आप अपने पशु को केवल भूसे पर रखते है तो आप 5 किग्रा दूध उत्पादन के लिए 1 किग्रा दाना दें। यदि पशु कमजोर है तो उसे 2 किग्रा दाना दें। परन्तु यदि आप अपने पशु को अच्छा हरा चारा देतें है तो 5 किलो दूध पर दाना देने की कोई आवश्यकता नहीं है।
- खलि (लाये की सारसो सोयाबीन मूगफली अलसी) – 30 किलो0
- अनाज (गेंहू, मक्का, चावल, बाजरा) – 30 किलो0
- चोकर (गंेहू को चोकर चावल की पोलीस, चने का छिलका, दाल की चूरी) – 33 किलो0
- न्मक – 1 किलो0
- विटामिन तथा मीनलाल का मिश्रण – 1 किलो0
- थ्सरा – 5 किलो0
- योग – 100 किलो0
दाने के आईटम
इस प्रकार आप आपना दाना बना सकते है और उत्पादन के हिसाब से नीचे लिखी तालिका के अनुसार से दाना दे।
दूध उत्पादन छाना मिनरल मिश्रण
5 किलो0 1 किलो0 10 ग्राम
6 किलो0 1.5 किलो0 15 ग्राम
7 किलो0 2.0 किलो0 20 ग्राम
8 किलो0 2.5 किलो0 25 ग्राम
9 किलो0 3.0 किलो0 30 ग्राम
10 किलो0 3.5 किलो0 35 ग्राम
11 किलो0 4.0 किलो0 40 ग्राम
12 किलो0 4.5 किलो0 45 ग्राम
13 किलो0 5.0 किलो0 50 ग्राम
14 किलो0 5.5 किलो0 55 ग्राम
15 किलो0 6.0 किलो0 60 ग्राम
16 किलो0 6.5 किलो0 65 ग्राम
17 किलो0 7.0 किलो0 70 ग्राम
18 किलो0 7.5 किलो0 75 ग्राम
19 किलो0 8.0 किलो0 80 ग्राम
20 किलो0 8.5 किलो0 85 ग्राम
जब दाना बढता है तो मिनरल खुद बढ जाता है क्योकि यह दाने मे 1 प्रतिषत मिला है।
नोटः 25 डिग्री अधिक तापक्रम पर विदेशी गाय चारा खाना दूध देना एवम जुगाली करना कम देती है। उनके प्रजनन क्षमता खत्म हो जाती है। इसलिए पशु पोषण दूध उत्पादन बढाने में विदेशी नस्ल की गाय से दुग्ध उत्पादन बढाने के लिए गायो को 25 डिग्री सेन्टीग्रेड के कम तापक्रम पर रखे।
नवजात बच्चे का पोषण:
नवजात बच्चे को माँ से अलग करे, नवजात बच्चे को पैदा होते ही इसके वजन का 10 प्रतिशत गाय का खीस पिलाये तथा पन्द्रह दिन तक उसके वजन का 10 प्रतिशत दूध बोतल से पिलाये। और बच्चो का दाना अवश्यक रखे जिसे वो अपनी इच्छा अनुसार खाना शुरू कर देगा। दाने के साथ पानी आवश्यक रखंे।
गाय के बच्चों को बोतल से दूध पिलाये
गाय उसके वजन के 10 प्रतिशत से अधिक दूध देती है। इसलिए बोतल से दूध पिलाना आवश्यक हैै।
जब बच्चा एक किलो से अधिक दाना खाना शुरू कर दे तो दूध देना बन्द कर दे। काॅफ स्टाटर (बच्चे को दाना)
- मक्का – 50%
- सोयाबीन या मूगफली की खल – 40%
- गेहू का चोकर – 5%
- इसके मिल्क पाउडर – 2%
- चिलेटेड मिनलाल मिश्रण विटामिन सहित – 2%
- न्मक – 100%
काफ स्ट्राटर्स तथा पानी इसके बर्तन मे हमेशा रहना चाहिए तथा जब यहा बच्चे 1 किलो0 का काफ स्टाटर्स खाने लगे तो इसे दूध देना बंद कर दें। दाने की मात्रा बढाकर 3 कि.लो. तक ले जाए और उसका वजन 100 कि.लो. के करीब हो जाए और वह चारा खाने लगे तो उसे केवल 1 कि.लो. दाना दें। और इनका वजन 70 से 80 किलो हो जाये तब इनका काॅफ स्टाटर्स बन्द कर देने चाहिए तथा इसे 1 किलो. बछिया वाला दाना, हरा चारा व पानी अवश्य दें। पाँच महीने के बाद इन बच्चो में यूमन की वृद्वि हो जाती है तथा यहा भूसे या चारे को आसानी से पचा लेते है। तथा इसके बाद ऊपर दिये गये गाये को खिलाने वाले दाने को 1 किलो0 प्रतिदिन के हिसाब से दे तथा उसे भरपूर हरा चारा ओर पानी उपलब्ध कराये।