आजकल हम दवाओं का प्रयोग करके ब्यायी हुई या उन गायों को, जो कि खाली हैं, एक साथ ‘गर्मी’ में लाकर प्रजनन करा सकते हैं।
उदाहरण के लिए यदि आपको पांॅच गायों को ‘हीट’ अथवा गर्मी में लाना है, तो आप उन पांॅचों गायों को एक साथ एक बार पांॅच एम.एल. ल्यूटालाइज का इंजैक्शन पुट्ठे के माॅंस में अपने पशु चिकित्सकसे लगवाएंॅ। इस इंजैक्शन के लगाने के 48 या 72 घंटे के बाद जो-जो गायें ‘हीट’ में आती हैं, उनका गर्भाधान कराएंॅ। जो गाय ‘गर्म’ नहीं होती, उसे पिफर से पांॅच एम.एल. ल्यूटालाइज का इंजैक्शन लगाएंॅ। इससे वह गाय भी 48 से 72 घंटे के बीच में गर्म हो जायेगी। इस तरह करीब 10-12 दिन में आपकी पांॅचों गायें गर्भित हो जायेंगी। इनकी दो या तीन महीनें पर गाभिन होने की जांॅच भी कराई जा सकती है। यह सभी गायें एक साथ ‘गाभिन’ होने पर एक साथ ही ब्याती भी हैं। इस प्रकार से पांॅच पशुओं को गाभिन अथवा गर्भधारण कराने से बार-बार पशु चिकित्सक को बुलाने के झंझट से भी छुटकारा मिल जायेगा। इस तरह सभी गायों के एक साथ गर्भित होने पर समय और श्रम दोनों की बचत होगी। इसका पफायदा डेरी उद्योग को मिलेगा। इंजैक्शन कभी भी किसी गाभिन पशु को न लगायें अन्यथा गर्भपात हो जायेगा। इस इंजैक्शन को हाथ से न छुएंॅ तथा इस्तेमाल हुई सिरिंज को नष्ट कर दें। इसके सम्पर्क में आने से आप भी बीमार पड़ सकते हैं।पशु प्रजनन अब आदमी के अपने हाथ में है। वह जब चाहे, पशुओं को प्रजनन के लिए तैयार कर सकता है। हम जानते हैं कि प्राकृतिक तौर पर गाय एक निश्चित समयावधि में ही प्रजनन करती है। पर अब ऐसी तकनीकें विकसित कर ली गई हैं कि गाय को हम अपने मन मुताबिक ‘गाभिन’ बना सकते हैं। यानि उसे गर्भधारण के लिए तैयार कर सकते हैं। यह सारा खेल प्रजनन को प्रोत्साहित करने वाली दवाओं यानी हारमोन का है। जी हांॅ, प्रजनन को प्रभावित करने वाली इन अचूक दवाओं की मदद से हम दो-तीन दिन के भीतर ही गाय को प्रजनन के लिए तैयार कर सकते हैं।