क्लोन पशु


आजकल दुनियां में ऐसी तकनीक भी विकसित कर ली गई है कि पशु के कान से कुछ कोशिकाएं लेकर पूरा पशु तैयार किया जा सकता है। यह प्रक्रिया ठीक उसी प्रकार से है जैसे हम फोटो काॅपी द्वारा किसी पत्र की ठीक वैसी ही काॅपी तैयार कर लेते हैं। कोशिकाओं से बनी हुई गाय उसी पशु के बराबर दूध देती है। परन्तु यह तकनीक अभी बहुत कीमती है और इसके विकसित होने में अभी समय लगेगा। भारतवर्ष में इस तकनीक से डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल में भैंसें पैदा की गई हैं। क्लोन विधि द्वारा तैयार की गई भैंसों के बच्चों की फोटो भी जानकारी के लिए हम यहां दे रहे हैं। साथ ही पश्मीना बकरी भी इसी तकनीक से विकसित की गई है, जो कि चित्र में कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की गोद में दिखाई गई है।
मानव क्लोनिंग अवैधः- इस पर प्रतिबन्ध लगा हुआ है, क्योंकि ऐसा करने से विविधता व शादी की वैधता नहीं रह जाएगी। उदाहरण के लिए हम यहांॅ चित्रा में यह दिखा रहे हैं कि इस तकनीक को अगर इजाजत मिली तो हम बहुत सारे ओसामा बिन लादेन पैदा कर सकते हैं। इस तरह यह तकनीक मनुष्यों में बेहद घातक साबित हो सकती है। इसीलिए इसे इजाजत नहीं दी गई है।