Poultry

Kadaknath and Guinea Fowl
Introduction to Kadaknath The poor farmers, not having animal husbandry with his agriculture occupation, are committing suicide. Because they are not able to payback the loans. This more so even true where the agriculture is dependent on rains and if there is a drought then the population of that area has no option other than…
read moreमुर्गी पालन के विषय में सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1. कडकनाथ मुर्गी रखने के लाभ क्या है? उत्तर: इस मुर्गी को रोग बहुत कम लगते है। प्रश्न 2. यह मुर्गी 1 वर्ष में कितने अंडे देती है? उत्तर यह मुर्गी 1 वर्ष में 150 अंडे देती है जबकि फार्म की मुर्गी 300 अंडे देती है। प्रश्न 3 इस मुर्गी को उत्तराखण्ड में कहां…
read more
कुइल या बटेर का आवास
यह पिंजरें में पाली जाती है। इनको धान के छिलको के ऊपर भी रखा जा सकता है। इनके लिए हवा का प्रवाह बहुत आवश्यक है।
read more
कुइल फार्मिंग या बटेर पालन
यह 150 ग्राम से 200 ग्राम के वजन वाली चिडिया है। 2. इसका अंडा 7 से 15 ग्राम का होता है। यह 2 माह की उम्र में ही अंडा देना शुरु कर देती है। यह पहले वर्ष में 300 अंडे देती है। इसके अंडे डायबीटीज और ब्लड़ प्रेशर में लाभकारी होते है। इसके मांस से…
read more
बत्तक पालन के लाभ
इनको किसी विशेष आवास की आवश्यकता नही होती है। यह मुर्गी से 40 से 50 अंडे अधिक देती है। बत्तक का अंडा मुर्गी के अंडे की तुलना में 15 से 20 ग्राम अधिक होता है। बत्तक के बच्चों का पालन-पोषण मुर्गी के बच्चों की तुलना में आसान है क्योंकि इनमें रोग कम लगते है। बत्तक…
read more
गिनी मुर्गा से परिचय
यह मूलरुप से अफ्रीका में पाया जाने वाला पक्षी है। यह तीतर प्रजाति का पक्षी है। इसका वजन 1 किग्रा से 1.5 किग्रा हो जाता है।
read more
कड़कनाथ मुर्गी पालन से परिचय
यह मराठवाडा की भारतीय नस्ल की मुर्गी है इसको रोग नही लगता है और यह अकाल वाले स्थानों पर औरतो की जीविका का साधन है इसके शरीर में प्रोटीन अधिक मात्रा में होती है और वसा या जर्भी कम मात्रा में होती है। इसका मांस काले रंग का होता है इसलिए इसे काली मांसी भी…
read more
मुर्गी का टीकाकरण
7 से 4 दिन के बीच में मर्क रोग का टीका लगाया जाता है। 14 से 18 दिन में रानीखेत का टीका लगाया जाता है जिसकी की एक बूंद आंख में डाली जाती है। 15 दिन पर कम्बोरो का टीका लगाया जाता है।
read more
ब्रुडिंग (अंडे से बच्चे निकालना)
देशी कुडक मुर्गी लेकर किसी पोल्ट्री के ऐसे स्थान से अंडे लें जहां कि मुर्गा मुर्गियों के साथ रहता हो। यह ऋषिकेश में श्यामपुर के सरकारी पोल्ट्री फार्म से प्राप्त किये जा सकते है। यहां से एक दिन के 20 बच्चे लेकर कुडक मुर्गी के साथ छोड देंगें तो वे भी इन्हें गर्मी देकर पाल…
read more