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Cattle Milk Production

मिल्किंग मशीन का इतिहास

दूध में फैट को चैक करने एवं क्रीम निकालने की मशीन का अविष्कार मिल्किंग मशीन से पहले हुआ था। 19वीं शताब्दीके आरम्भ तक यह सोचा जाता रहा कि मिल्किंग मशीन को लगाने से गायों को बहुत हानि होगी। 19वीं शताब्दी तक दूध निकालने के लिए लौहे या हड्डी की टयूब थन में लगाई जाती थी…

दूध का महत्व

जब कृषि विकास की बात की जाती है तब अनाज, फल और सब्जियों के उत्पादन की बात की जाती है परन्तु हाॅलिस्टीन तथा जर्सी गायों के अति हिमकृत बीज से बहुत सी ऐसी गाय उत्पन्न हो गई है जो कि 15 से 30 लीटर दूध प्रतिदिन बडे आराम से दे देती है और कृषक अनाज,…

अच्छी गाय के साथ अच्छा दुहने वाला भी जरूरी

गाय बेशक दूध की ‘ए.टी.एम’ यानि आटोमेटिक मशीन की तरह है। मगर ध्यान रहे अगर इसे दुहने वाला अनाड़ी है तो ये जादुई मशीन बेकार भी हो सकती है। अगर ढंग से दूध नहीं दुह पाये तो वह धीरे-धीरे दूध देना ही बंद कर देगी।

दूध में बीटा केसीन

बीटा केसीन दूध में पायी जाने वाली कैल्शियम युक्त प्रोटीन है जो कि हड्डियों को मजबूत करने, प्रतिरक्षण प्रणाली को ठीक करने एवं जीवन क्रियाओं में सहायक होती है। प्रारम्भ से ही गाय की बीटा केसीन ए2 प्रकार की है, परन्तु अब ए1 प्रकार की बीटा केसीन यूरोपियन नस्ल की गायों में पायी जाने लगी…

पशु में पेट फूलना (Flatulence and Bloat in Cow)

कभी-कभी पशु का पेट फूलना शुरू हो जाता है। इस पर समय से ध्यान नहीं दिया गया और उसे रोका न गया तो पशु मर भी सकता है। पेट फूलने का सीधा दबाव दिल पर पड़ता है। ऐसे में इमरजैंसी में अलसी का तेल पिलाएं एवं ब्लूटोसिल की एक बोतल पिलाएं। फिर उसे पशुचिकित्सक को…