Author: UK Atheya

पशुओं में गर्भाधान
यह जान लेना भी जरूरी है कि आदमी व गायों में गर्भाधान की जांच का तरीका भिन्न है। मनुष्य, बन्दर व बन्दर जाति के प्राणियों में माहवारी रूकने से गर्भधारण की पुष्टि हो जाती है।
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Heat (Reproduction) Cycle in Cattle
यदि आपने दो-तीन गायें रखी हैं तो पशु चिकित्सक या एल ई ओ- लाइफ स्टाॅक प्रसार अधिकारी से गर्भाधान करायें।पशु 20 दिन के अन्तराल में गर्मी में आते हैं। परन्तु ब्याने के पहली बार गरम होने पर या बछिया के पहली बार गरम होने पर उसे गर्भित नहीं करना चाहिए। यह भी समझ लेना चाहिए…
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वश में अब प्रजनन
आजकल हम दवाओं का प्रयोग करके ब्यायी हुई या उन गायों को, जो कि खाली हैं, एक साथ ‘गर्मी’ में लाकर प्रजनन करा सकते हैं।
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तापक्रम तथा आर्द्रता का सूचांक
दिन का तापक्रम तथा आर्द्रता मालूम होने पर, उसे समीकरण में लगाकर एक सूचांक प्राप्त किया जाता है।
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तापक्रम व आर्द्रता का गाय पर असर
यह सामान्य समझ की बात है कि हमें गर्मी से राहत तभी मिलती है, जब हमारा पसीना सूखता है।
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गर्मी से पशुओं में बीमारियां
संकर गायों का शारीरिक तापक्रम 38 से 39.3 डिग्री के बीच होता है। आस-पास के वातावरण का तापक्रम यदि शरीर के तापक्रम से कम हो तो पशु ज्यादा खा कर ऊर्जा की उत्पत्ति कर लेता है यानि उसका शरीर गर्मी लेता रहता है। परन्तु यदि वातावरण शरीर के तापक्रम से ज्यादा हो तो वो गर्मी…
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आन्तरिक परजीवियों का उपचार
गाय के आन्तरिक परजीवी गर्मी के मौसम में अधिक पनपते हैं। यह समझ लेना आवश्यक है कि अनावश्यक कीड़ों की दवाई देना पशु के लिए तथा पशु का दूध पीने वालों के लिए हानिकारक हो सकता है।
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भोजन संबंधी विषाक्तता अर्थात फूड-प्वाॅइजनिंग
कृषि में उपयोग होने वाले कीटनाशक खरपतवार नाशक एवं यूरिया आदि आस-पास पड़े होने से गाय उन्हें खा लेती है।
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वार बिल फ्लाई (warble fly)
यह मक्खी गाय के अगले पैर के बालों में अण्डा देती है। जिसमें से लार्वा निकलकर खाल के नीचे होता हुआ खाने की नली के पास पहुंच जाता हैं वहां से यह रीड़ की हड्डी के ऊपर खाल के नीचे गांठ बना लेता है। लार्वा इस गांठ से मक्खी बनकर बाहर निकल जाता है। इससे…
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गाय में ट्रिप्नोसिमाइसिस (trypanosomiasis)
यह भी मनुष्यों से जानवरों में और जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारी है। मनुष्यों में इस रोग को ‘सोने-वाली’ बीमारी कहते हैं।
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