यदि आपने दो-तीन गायें रखी हैं तो पशु चिकित्सक या एल ई ओ- लाइफ स्टाॅक प्रसार अधिकारी से गर्भाधान करायें।पशु 20 दिन के अन्तराल में गर्मी में आते हैं। परन्तु ब्याने के पहली बार गरम होने पर या बछिया के पहली बार गरम होने पर उसे गर्भित नहीं करना चाहिए। यह भी समझ लेना चाहिए कि जब कोई पशु गरम होना प्रारम्भ होता है, तो वह चारा छोड़ देता है। जमीन तथा दूसरे पशुओं को सूंॅघता है। पशु खुला हो तो वो दूसरे जानवरों पर कूदता है तथा चढ़ने की कोशिश करता है। साथ ही उसकी जननांग से सपफेद कांॅच की तरह का पारदर्शी स्राव निकलता है। इसे बोल चाल की भाषा में ‘तोडा’ कहते हैं। यह पशु इस दौरान कभी कभी बोलते ;रंभातेद्ध हैं। दूध देना भी कम कर देते हैं और कुछ पशु तो दूध भी बन्द कर देते हैं। ऐसे लक्षण दिखाई देने के 12 घंटे बाद पशु को गर्भित करवा देना चाहिए।